जानिए ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण एवं उपाय
ब्रेन स्ट्रोक एक सामान्य बीमारी है जो हममे से किसी भी वयक्ति को किसी भी समय हो सकती है। हम अपने आस पास आये दिन इस बीमारी के रोगियों के बारे में सुनते रहते है परन्तु हममे से बहुत से लोगो को इस बीमारी के बारे में अधिक जानकारी नहीं है
बदलती जीवनशैली और युवाओ में स्ट्रोक खतरा
न्यूरो-रेडियोलॉजिस्ट के अनुसार ब्रेन स्ट्रोक को हमारी जीवनशैली न्योता देती है हमारी बदलती हुई जीवनशैली बहुत सी बिमारिओ के प्रमुख कारणों में से एक होता है।स्ट्रोक के केसेस आये दिन बढ़ते जा रहे है और खास तोर पर नौजवान युवाओ में स्ट्रोक की बीमारी बहुत देखि जा रही है बड़ा हुआ वजन, शराब का अत्यधिक मात्रा में सेवन, वसा युक्त भोजन यह सब भी कारक है यह बीमारी मुख्यतय पुरुषो में जायदा देखि जाती है और जिसका जायदातर तनाव से लेना देना होता है
स्ट्रोक कैसे होता है (Brain Stroke)
इस बीमारी के दौरान हमारे मस्तिष्क में रक्त का परवाह कम हो जाता है हमारे दिमाग में खून की कमी के कारण पर्यापत मात्रा में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और जिस कारण हमारे ब्लड सेल्स हज़ारो की संख्या में मरने लग जाते है यदि एक बार हमारे मस्तिक को क्षति हो जाये तोह यह गंभीर चोट ब्रेन स्ट्रोक का रूप ले लेती है

सही समय पर इलाज है जरुरी
न्यूरो-रेडियोलॉजिस्ट ब्रेन स्ट्रोक के इलाज के लिए brain stroke treatment in Faridabad लेटेस्ट इलाज मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी का सुझाव देते हैयह तकनीक बहुत ही कम समय में बेहतर रिजल्ट प्रदान करती है ओपन सर्जरी के मुकाबले इंडोवैस्कुलर इलाज में कम रिस्क होता है
ड। अरविन्द नंदा जो की एक प्रमुख इंटरवेंशनल रेडियोलाजिस्ट है वह इस बीमारी के लक्षण दीखते ही तुरंत इलाज लेने का सुझाव दते है यदि स्ट्रोक से पीड़ित रोगी को 4 घंटो के भीतर ही इलाज मिल जाये तो उसको बचाया जा सकता है और पैरालिसिस जैसे गंभीर परनामों से बचा जा सकता है।
लक्षण:
- अचानक दिखना बंद हो जाना या फिर धुंधला दिखाई देना
- बोलने में दिक्कत होना या फिर अन्य वयक्ति द्वारा कहि गयी बात को समझ नहीं पाना
- अचानक सिर में भयावय दर्द उठना और साथ ही बेहोशी का अनुभव होना
- बैलेंस का बिगड़ना और लद्खडा कर चलना
- हाथो और पेरो में झनझनाहट होना
स्ट्रोक के कारण
स्ट्रोक की बीमारी का मुख्य कारण हमारे दिमाग की नसों में खून के थक्के जम जाना होता है यह खून के थक्के हमारे मस्तिष्क में रक्त के परवाह को प्रभावित करते है हमारे दिमाग में खून के थक्के जमने के कई कारण हो सकते है जिनमे से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित है :
- उच्च रक्त्चाप: बड़ा हुआ ब्लड प्रेशर हमारे दिमाग की नसों को कमज़ोर बनता है, यह स्ट्रोक जैसे की ब्रेन हेमरेज का रूप ले सकता है
- बड़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल: यानि हमारे शरीर में लड़ल कोलेस्ट्रॉल का लेवल यदि बढ़ता है तो यह विभिन्न रोगो जैसे की दिल बीमारी और स्ट्रोक को बढ़ावा देता है
- ह्रदय एवं मधुमेह की बीमारी: यदि आप हार्ट की बीमारी और डायबिटीज से पीड़ित है तो स्ट्रोक का खतरा आपको हो सकता है जिसके लिए सतर्कता बरतनी जरुरी है।
- मोटापा : बड़ी हुई चर्बी हमारे स्वास्थय के लिए हानिकारक है आप अपने वजन को समान्य रेंज में लेन का प्रयास करे
- लाइफस्टाइल: सुस्त जीवनशैली के घातक परिणाम हो सकते है साथ ही यदि आप स्ट्रेस अधिक लेते है तो आज ही इन चीज़ो में सुधार लाये
इलाज:
स्ट्रोक के इलाज के लिए आप लेटेस्ट ट्रीटमेंट्स अपना सकते है जिसके लिए आप बेस्ट न्यूरो-रेडियोलॉजिस्ट ड। अरविन्द नंदा से परामर्श कर सकते है वह पिछले 18 सालो से कई रोगिओं को स्ट्रोक जैसी जानलेवा बिमारिओ से बचा चुके है डॉ अरविन्द नंदा अभी के समय में BLK- मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कार्यरत है (For brain stroke treatment consult with Dr. Arvind Nanda)
